Sushant Singh Rajput की मौत से कुछ दिन पहले क्या वह Blind Articles से परेशान थे? Manoj Bajpayee ने किया बड़ा खुलासा…
मनोज बाजपेयी के अनुसार, सुशांत सिंह राजपूत उनके निधन से कुछ दिनों पहले Blind Articles से परेशान थे। बाजपेयी ने बताया कि गुमनाम स्रोतों से प्राप्त ऐसी रिपोर्ट्स का राजपूत की मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा था।
हाल ही में अपनी 100वीं फिल्म ‘भैया जी‘ जो 24 मई को रिलीज हो रही है के प्रमोशन के समय एक इंटरव्यू में, मनोज बाजपेयी ने सुशांत सिंह राजपूत के साथ अपनी आखिरी बातचीत को याद किया, जो उनके निधन से करीब दस दिन पहले हुई थी। ‘सोनचिरैया‘ मूवी में अपनी शानदार एक्टिंग के लिए मशहूर ये दोनों अभिनेता ऐसे दोस्त थे जिनकी दोस्ती सिर्फ फिल्म तक सीमित नहीं थी।
अभिनेता मनोज बाजपेयी ने सुशांत सिंह राजपूत के साथ अपने पुराने समय की बातें याद कीं। इस मौके पर, मनोज ने बताया कि कैसे मीडिया की अफवाहें उनके और सुशांत के लिए मुश्किलें लेकर आई थीं।
मनोज ने बताया कि सुशांत ‘ब्Blind Articles’ से काफी परेशान थे, जो अक्सर बिना किसी ठोस सच्चाई के लिखे जाते हैं। “सुशांत इन ब्लाइंड आर्टिकल्स की वजह से बहुत दुखी थे, क्योंकि इनमें कोई तथ्य नहीं होता। वह एक बेहद नेक इंसान थे, और कोई भी अच्छा इंसान ऐसे झूठे लेखों से विचलित होता है,” मनोज ने बड़ी संवेदनशीलता के साथ कहा।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता ने सुशांत के भावनात्मक संघर्ष पर और विस्तार से बात की, उन्होंने कहा, “वह अक्सर मुझसे पूछा करते थे ‘उन्हें क्या करना चाहिए।‘ मैं हमेशा उन्हें कहता था कि इस बारे में ज्यादा न सोचें।” मनोज ने उनकी बातचीत का हल्का–फुल्का पक्ष भी साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कैसे वे मजाकिया तरीके से उन लोगों को संबोधित करते थे जो ऐसे लेख प्रकाशित करते थे।
मेरा इन Blind Articles को प्रकाशित करने वालों से निपटने का अलग तरीका है।मैं जानता हूँ, क्योंकि मैं भुगतान चुका चुका हूँ, भोग रहा हूँ, मैं अभी तक भुगतान कर रहा हूँI जब भी ऐसे लेख प्रकाशित करने वाले लोग मुझसे मिलते, मैं उनके दोस्तों से कहता कि मनोज आकर उन्हें बुरी तरह पीटेगा। इस पर वह हमेशा खूब हँसते थे। वह कहते थे कि सर, यह काम सिर्फ आप कर सकते हैं,” मनोज ने हास्यपूर्ण ढंग से पुराणी बातों को याद किया I
मनोज बाजपेयी ने भावपूर्ण शब्दों में सुशांत और इरफान खान के निधन पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने गहरी भावना के साथ कहा,”यह मानना अभी भी मेरे लिए कठिन है कि सुशांत और इरफान खान हमारे बीच नहीं रहे। वे दोनों इतनी जल्दी चले गए कि मानो किसी तूफान ने उन्हें हमसे छीन लिया हो। उनका प्राइम टाइम अभी आना बाकी था।
सुशांत सिंह राजपूत की जून 2020 में आकस्मिक मौत ने न केवल मनोरंजन जगत में, बल्कि पूरे समाज को सदमे में डाल दिया ,उनकी आकस्मिक मौत ने मानसिक स्वास्थ्य की अहमियत और मीडिया की निगरानी सार्वजनिक हस्तियों पर एक जरूरी बहस का आगाज किया।
मनोज बाजपेयी ने सुशांत सिंह राजपूत के साथ हुई अपनी आखिरी बातचीत को याद करते हुए बताया कि कैसे दोनों ने अपने बिहारी होने के नाते मटन को लेकर उनके बीच कैसे दोस्ती हुई। सुशांत ने मनोज के घर जाकर मटन का लुत्फ उठाने की इच्छा जताई थी, और मनोज ने वादा किया था कि जब भी वह मटन बनाएंगे, सुशांत को डिनर के लिए जरूर बुलाएंगे। “यह हमारी आखिरी बातचीत थी। और बस उसके दस दिन बाद, वह हमें छोड़ कर चले गए,” मनोज ने सिद्धार्थ कन्नन के साथ अपनी भावनात्मक बातचीत में इसे याद किया।
सुशांत सिंह राजपूत को आखिरी बार ‘दिल बेचारा‘ में देखा गया था, जो उनके निधन के बाद 2020 रिलीज हुई थी। उनका चले जाना हम सबके लिए एक व्यक्तिगत क्षति की तरह है, और हम सभी उन्हें गहराई से याद करते हैं।